हेल्लो नमस्कार दोस्त कैसे हैं आप सब, उम्मीद करता हूँ अच्छे होंगे, देखिये आज हम बात करने वाले हैं, की शिपिंग बिल नंबर कैसे जेनेरेट होता है , जेनेरेट होने का बताने से पहले आपको बता दू की इसका काम क्या होता है, देखिये इसका काम होता है की जो भी आप कार्गो एक्सपोर्ट कर रहे हैं, उस कार्गो का हे रिफरेन्स नंबर होता है, और ये गोवेर्मेंट इशू करती है, इस नंबर से आप ये पता कर सकते हैं, की आपने कार्गो में क्या भेजा था कितनी कॉस्ट थी, कितने पैकेज थे मतलब कार्गो की सारी डिटेल, इसे आप कभी भी फ्यूचर में चेक कर सकते हैं, गवर्नमेंट की वेबसाइट ICEGATE पे , तो चलिए अब आपको बताता हु की ये जेनेरेट कैसे होता है, देखिये इसे जेनेरेट करने के लिए हमे इनवॉइस पैकिंग लिस्ट की जरुरत होती है और ये इनवॉइस पैकिंग लिस्ट हम CHA ( CUSTOM HOUSE AGENT ) को देते हैं, तो cha हमे इनवॉइस पैकिंग लिस्ट के आधार पे चेकलिस्ट बनके देते हैं, चेकलिस्ट के मतलब होता हे की जो चीज़े हमे शिपिंग बिल मैं चाइये या फिर कह सकते है, की जो कार्गो हम भेज रहे हैं वो डिटेल करेक्ट है या नहीं, इससे हम अच्छे से चेक करके cha को कन्फर्म कर देते हैं, और उसके बाद जब कार्गो कस्टम बोंडेड एरिया में आजाता है और कस्टम अफसर उसको चेक करके कन्फर्म करदेते हैं, की ये कार्गो वही है जो चेकलिस्ट में है कह सकते हैं की कस्टम क्लीयरेंस हो गया , उसके बाद शिपिंग बिल कॉपी जेनेरेट हो जाती है, जिसे आप लियो कॉपी भी कहते है, अब आपको क्लियर हो गया होगा की शिपिंग बिल नंबर कैसे जेनेरेट होता है
धन्यवाद्
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